Grain Market: हरियाणा में करनाल की अनाज मंडी में धान की सरकारी खरीद को लेकर किसानों में निराशा है। हालांकि सरकार ने जिले में धान की खरीद शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक मंडियों में खरीद की प्रक्रिया ठीक से नहीं हो पाई है। करनाल जिले में कुल 15 अनाज मंडियाँ हैं, लेकिन इनमें से केवल तीन मंडियों में ही खानापूर्ति के तौर पर धान की खरीद हुई है।
अधिकारियों के अनुसार, इंद्री अनाज मंडी में 60 मीट्रिक टन, कुंजपुरा में 3 मीट्रिक टन और तरावड़ी अनाज मंडी में 38 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है। शुक्रवार को सिर्फ 16 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी। करनाल की मुख्य अनाज मंडी में लगभग ढाई हजार क्विंटल धान पड़ा हुआ है, जिसकी अब तक कोई खरीद नहीं हो पाई है।
दूसरी ओर, मौसम भी किसानों की चिंता बढ़ा रहा है। आसमान में बादल छाए हुए हैं, जिससे धान के खराब होने का डर है। किसान अपनी मेहनत से धान की कटाई कर मंडियों में पहुंच रहे हैं, लेकिन खरीद न होने के कारण उनका धान मंडी में पड़ा है।
मंडियों की हालत भी खस्ता है। टूटी-फूटी सड़कों के कारण किसानों को और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार ट्रालियों के टायर फट चुके हैं और दुर्घटनाओं का भी खतरा बना रहता है।
हालांकि, अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही सभी मंडियों में धान की खरीद शुरू हो जाएगी और सड़कों की मरम्मत का काम भी कराया जाएगा। डीएफएससी करनाल के अनुसार, दो दिनों में लगभग 101 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है, और आने वाले दिनों में यह प्रक्रिया तेज की जाएगी।
किसान उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही उनकी फसल की उचित खरीद होगी और वे अपने धान का सही मूल्य प्राप्त कर सकेंगे।
Haryana Election: हिसार में आयोजित जनआशीर्वाद रैली में, कांग्रेस के खिलाफ मोदी के आरोप