Grain Market: करनाल जिले में शुक्रवार को अचानक हुई बारिश से अनाज मंडी में रखा हजारों क्विंटल धान भीग गया। सुबह से तेज धूप थी, लेकिन दोपहर बाद हल्की बूंदाबांदी और शाम को तेज बारिश होने से मंडियों में जलभराव हो गया। अनाज मंडियों में खुले में पड़ा धान पूरी तरह भीग गया, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
किसानों ने बताया कि वे पहले ही बेमौसम बारिश और खराब मौसम से परेशान हैं। उत्तर प्रदेश से धान लेकर आए किसान पवन ने कहा कि इस बार धान की फसल अच्छी नहीं हुई है, और अब मंडियों में धान भीग जाने से समस्या और बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि उन्हें मंडी में धान बेचने के लिए पंखे लगाकर उसे सुखाना पड़ रहा है, जिससे अतिरिक्त खर्च बढ़ गया है। वहीं, किसान पदम सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा घोषित धान का रेट मंडियों में कम दिया जा रहा है। इससे किसानों को नुकसान हो रहा है, और उन्हें औने-पौने दामों पर धान बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
बारिश के कारण मंडियों की सड़कों पर भी जलभराव की स्थिति बन गई। इसके साथ ही, सफाई व्यवस्था न होने से कूड़ा पानी में तैरता नजर आया। मंडियों में पिछले एक महीने से धान की खरीद जारी है, लेकिन बारिश से अब खरीद प्रक्रिया में भी देरी होने की संभावना है। शुक्रवार को तरावड़ी मंडी में खाद्य विभाग ने 16 मीट्रिक टन और इंद्री मंडी में हरियाणा वेयर हाउस ने 39 मीट्रिक टन धान की खरीद की, कुल मिलाकर 55 मीट्रिक टन धान खरीदा गया।