Inkhabar Haryana, Gurugram News: गुरुग्राम के सदर बाजार के स्कूल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां कक्षा 2 की एक मासूम बच्ची को स्कूल टीचर गलती से कमरे में बंद करके घर चले गए। बच्ची क्लास में ही सो गई थी और किसी ने यह ध्यान नहीं दिया कि वह अभी भी स्कूल के अंदर है।
क्या हैं पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, घटना 1 मार्च की है, गुरुग्राम के सदर बाजार के राजकीय कन्या प्राथमिक स्कूल में क्लास 2 की छात्रा अपनी क्लास में छुट्टी के वक्त सो गई थी, टीचरों ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि कोई बच्चा क्लास में हैं और उन्होंने कमरे का गैट बंद कर दिया था, जब रोज की तरह बच्ची को घर छोड़ने वाला रिक्शा चालक स्कूल पहुंचा, तो उसे बच्ची नहीं मिली। घबराकर वह स्कूल के अंदर गया और तभी उसे एक कमरे से रोने की आवाज सुनाई दी। जब वह पास पहुंचा तो बच्ची के बंद होने की जानकारी मिली। रिक्शा चालक ने तुरंत स्कूल के बाहर दुकान करने वाले आशु को मामले की सूचना दी। इसके बाद आसपास के लोग इकट्ठा हुए और किसी तरह ताला तोड़कर बच्ची को बाहर निकाला।
परिजनों में आक्रोश
बता दें कि, बच्ची के पटेल नगर निवासी परिजन भी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने इस लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर बच्ची को कुछ हो जाता, तो इसका जिम्मेदार कौन होता? परिजनों के मुताबिक, बच्ची करीब दो घंटे तक क्लासरूम में बंद रही और डर के कारण उसने अपने कपड़े भी निकाल लिए थे। यह मानसिक आघात उसकी सुरक्षा और स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
स्कूल प्रशासन ने मानी गलती
स्कूल स्टाफ ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए बताया कि बच्ची कक्षा में सो गई थी, और किसी ने उसे देखा नहीं। हैरानी की बात यह है कि स्कूल में कोई सिक्योरिटी गार्ड मौजूद नहीं है। हर दिन स्कूल स्टाफ ही कक्षाओं को ताला लगाकर चाबी बाहर दुकान पर बैठने वाले एक व्यक्ति को सौंप देते हैं। यह सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर करता है।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुनीराम ने कहा कि यह घटना कई दिन पुरानी है। हमने स्कूल स्टाफ से जवाब मांगा है। अगर किसी शिक्षक की लापरवाही साबित होती है, तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, बोर्ड परीक्षाओं के चलते स्कूलों का निरीक्षण चल रहा है, लेकिन जल्द ही टीचरों से इस पर बात की जाएगी।