पहली बैठक सुबह 10 बजे से शुरू होगी, जिसमें प्रश्नकाल और शून्यकाल का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान विधायक सरकार से अपने क्षेत्रों से जुड़े प्रश्न पूछ सकेंगे और विभिन्न नीतियों पर जवाब मांग सकेंगे। प्रश्नकाल के बाद शून्यकाल में विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होगी, जहां विधायक बिना पूर्व सूचना के भी महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी बात रख सकते हैं।
दोपहर 2:30 बजे से शुरू होने वाली दूसरी बैठक पूरी तरह से राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के लिए निर्धारित की गई है। इस दौरान राज्यपाल द्वारा प्रस्तुत किए गए अभिभाषण में उल्लिखित योजनाओं, नीतियों और सरकार की प्राथमिकताओं पर चर्चा होगी। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य इस पर अपने विचार रखेंगे और सरकार की नीतियों पर सवाल-जवाब भी किए जा सकते हैं।