Haryana Government: कुरुक्षेत्र और इस्माईलाबाद क्षेत्रों में धान की कटाई के बाद फसल अवशेषों को जलाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। प्रशासन की कड़ी कार्रवाई के बावजूद किसान फसल अवशेषों में आग लगा रहे हैं, जिससे क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ रहा है। दीपावली की रात भी कई जगहों पर खेतों में धुएं का गुबार उठता देखा गया।
हरियाणा सरकार ने फसल अवशेष जलाने पर प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन इसके बावजूद किसानों द्वारा ऐसा करना जारी है। अब तक प्रशासन को हरसेक के माध्यम से 100 से अधिक स्थानों पर फसल अवशेष जलाने की सूचनाएं प्राप्त हो चुकी हैं। इनमें से 66 स्थानों को चिन्हित कर लिया गया है और वहां जांच की जा रही है।
ग्राम सचिव हरपाल सिंह की शिकायत पर कई किसानों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जीपीएस से प्राप्त लोकेशन के आधार पर जांच की गई और मौके पर फसल अवशेष जलते हुए पाए गए। इसके चलते पांच महिलाओं समेत तीन अन्य किसानों पर भी मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई है।
थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि जांच में यह पाया गया है कि जिन खेतों में आग लगाई गई, वहां दो किसानों द्वारा खेती की जा रही थी। पुलिस ने वातावरण प्रदूषण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रशासन का कहना है कि वे इन घटनाओं पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रहे हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। किसानों को भी बार-बार चेतावनी दी जा रही है कि वे फसल अवशेषों में आग लगाने से बचें, ताकि वातावरण प्रदूषण न हो और स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव न पड़े।
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