रोहद गांव निवासी दीपक रुहिल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अमेरिका जाने के लिए रोहतक जिले के गांव बसाना निवासी एजेंट रवि उर्फ मोंटी के संपर्क में आया था। एजेंट ने उसे अमेरिका भेजने का भरोसा दिलाया और इसके बदले में 53 लाख रुपये लिए। यह रकम दीपक ने अपना प्लॉट बेचकर जुटाई थी।
19 दिसंबर 2024 को दीपक दिल्ली एयरपोर्ट से रवाना हुआ। उसे एजेंट द्वारा डोंकी रूट के जरिए अमेरिका भेजा गया। इस सफर के दौरान दीपक ने दुबई, इस्तांबुल, मैड्रिड (स्पेन), एल सल्वाडोर और मेक्सिको जैसे देशों से होते हुए 29 जनवरी 2025 को अमेरिका में प्रवेश किया। लेकिन अमेरिका पहुंचते ही उसे अमेरिकी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और कैंप में भेज दिया। आखिरकार, अमेरिकी अधिकारियों ने उसे डिपोर्ट कर भारत भेज दिया, और वह अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा।
अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचते ही दीपक ने एजेंट रवि उर्फ मोंटी को फोन किया, लेकिन एजेंट ने उसे पहचानने से इनकार कर दिया। खुद को ठगा महसूस कर रहे दीपक ने बहादुरगढ़ पुलिस को इसकी शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आसौदा पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की। पुलिस अब आरोपी एजेंट की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दे रही है।
बहादुरगढ़ के डीसीपी मयंक मिश्रा ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि ऐसे मामलों में कई लोग संलिप्त हो सकते हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अवैध तरीकों से विदेश जाने के लालच में न आएं और केवल सरकार द्वारा अधिकृत एजेंटों के माध्यम से ही विदेश जाने की प्रक्रिया पूरी करें।
DCP ने यह भी चेतावनी दी कि डोंकी रूट से विदेश जाने की प्रक्रिया बेहद खतरनाक होती है, जिसमें कई बार युवा अपनी जान तक गंवा बैठते हैं। उन्होंने कहा कि हाल की घटनाओं से सबक लेते हुए युवाओं को अपने डॉक्यूमेंट और एयर टिकट अधिकृत एजेंटों से ही वेरीफाई कराना चाहिए।