Inkhabar Hayana, Karnal News: करनाल के शिव कॉलोनी में एक झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर देर रात स्वास्थ्य विभाग और ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने छापा मारा। इस दौरान आरोपी डॉक्टर को बिना किसी वैध डिग्री और लाइसेंस के प्रैक्टिस करते हुए पाया गया। खास बात यह रही कि वह अवैध रूप से गर्भपात कराने वाली एमटीपी (मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी) किट भी बेच रहा था। टीम ने मौके से कई अवैध दवाइयां बरामद की हैं।
गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई
इस छापेमारी को लेकर डिप्टी सिविल सर्जन (पीएनडीटी) डॉ. शिनु चौधरी ने बताया कि पिछले 2-3 दिनों से स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिल रही थी कि शिव कॉलोनी में एक क्लीनिक पर एमटीपी किट बेची जा रही है। इसके बाद विभाग ने एक टीम गठित की और डिकोय ऑपरेशन (छिपे हुए ग्राहक के जरिए जांच) किया गया। जैसे ही आरोपी ने 1000 रुपये में किट बेच दी, टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। जांच में पाया गया कि वह बिना किसी मान्य डिग्री और रजिस्ट्रेशन के डेढ़ साल से क्लीनिक चला रहा था।
61 प्रकार की अवैध दवाइयां भी बरामद
ड्रग विभाग की अधिकारी रितु मैहला ने बताया कि क्लीनिक में 61 प्रकार की दवाइयां भी रखी गई थीं, जिनका कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं था। आरोपी के पास केवल सीएमएस (कम्युनिटी मेडिकल सर्विस) की डिग्री थी, जो हरियाणा या भारत में प्रैक्टिस के लिए मान्य नहीं है। इसके बावजूद वह गैर-कानूनी तरीके से चिकित्सा सेवाएं दे रहा था। स्वास्थ्य विभाग और ड्रग विभाग आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा और पुलिस में मामला भी दर्ज किया जा रहा है।
आरोपी ने कबूली गलती, लेकिन दी सफाई
जब क्लीनिक संचालक परवीन से पूछताछ की गई तो उसने कहा कि मैं कोई अकेला नहीं हूं, यहां कई लोग बिना डिग्री के प्रैक्टिस कर रहे हैं। दस दिन पहले कोई मुझे यह दवाइयां देकर चला गया था। हालांकि, उसने अपनी गलती स्वीकार की और कहा कि उसे इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई जारी है। इस छापेमारी ने इलाके में बिना लाइसेंस और डिग्री के चल रहे क्लीनिकों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।