Inkhabar Haryana, Kurukshetra News: हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में सूरजमुखी की फसल की सरकारी खरीद में देरी से किसानों और आढ़तियों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। शाहाबाद, जिसे सूरजमुखी उत्पादन का हब माना जाता है, वहां इस समय किसान अपनी तैयार उपज को लेकर मंडियों में भटक रहे हैं, लेकिन सरकारी खरीद एजेंसियों की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
मंडी में उपज पर नहीं हो रही खरीद
किसानों का कहना है कि सूरजमुखी की तुड़ाई पूरी हो चुकी है और वे अपनी उपज लेकर मंडियों में आ चुके हैं। लेकिन सरकार की ओर से खरीद एजेंसियों की तैनाती न होने के चलते उन्हें कई दिनों से मंडी में ही रुकना पड़ रहा है। इससे न केवल फसल की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है, बल्कि किसानों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
बरसात ने और बढ़ाई मुसीबत
हाल ही में क्षेत्र में हुई बारिश ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। खुले में पड़ी सूरजमुखी की फसल को बारिश से नुकसान पहुंचा है, जिससे उसकी कीमत और गुणवत्ता दोनों पर असर पड़ा है। किसान चिंतित हैं कि अगर जल्द खरीद प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो उनकी मेहनत पर पानी फिर जाएगा।
विधायक रामकरण काला ने की हस्तक्षेप की मांग
इस मामले में शाहाबाद से भाजपा विधायक रामकरण काला ने भी चिंता जताई है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि सूरजमुखी की खरीद प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने चाहिए और खरीद एजेंसियों को तुरंत मंडियों में तैनात किया जाना चाहिए, ताकि किसानों को राहत मिल सके।
सरकार से की गई मांगें
विधायक काला ने जोर देकर कहा कि मंडियों में तुरंत खरीद एजेंसियों की तैनाती हो। फसल की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए मूल्य निर्धारण हो। किसानों को मंडी में अनावश्यक रुकने से राहत मिले। भविष्य में ऐसी स्थिति न बने, इसके लिए स्थायी नीति तैयार की जाए।