Inkhabar Haryana, Mock Drill in Haryana: भारत द्वारा मंगलवार रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर की गई जवाबी कार्रवाई के बाद, देशभर में सतर्कता बढ़ा दी गई है। इस कार्रवाई की पृष्ठभूमि में हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश में बुधवार को मॉक ड्रिल और रात को ब्लैकआउट किया गया। इसका मकसद आपातकालीन परिस्थितियों में आम जनता और प्रशासन की तैयारियों की जांच करना था।
दिन में चला बचाव अभ्यास
बुधवार शाम 4 बजे हरियाणा के सभी जिलों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान सायरन बजाकर आपात स्थिति का संकेत दिया गया। स्कूलों, सरकारी दफ्तरों और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर ले जाया गया। स्टूडेंट्स और कर्मचारियों को बचाव के तौर-तरीके सिखाए गए। हालांकि पंचकूला और अंबाला में इस अभ्यास के दौरान कई खामियां उजागर हुईं। पंचकूला के सेक्टर 20 में आई रेडक्रॉस की एंबुलेंस में स्ट्रेचर नहीं था, और न ही थाने से कोई पुलिसकर्मी मौके पर पहुँचा। ट्रैफिक पुलिस की गैरमौजूदगी के कारण एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियाँ फँसी रहीं। इस लापरवाही पर नगर निगम की कमिश्नर अपराजिता सिंह ने नाराजगी जताई और सभी खामियों को रिपोर्ट करने की बात कही।
इन जगह पर दिखी खामियां
अंबाला में भी व्यवस्था कमजोर नजर आई। मॉक ड्रिल के लिए कोई निश्चित स्थान तय नहीं किया गया था। सिटी सिविल अस्पताल से एंबुलेंस को DC ऑफिस भेज दिया गया, जबकि वहाँ मॉक ड्रिल नहीं थी।हिसार में मॉक ड्रिल के दौरान नगर निगम कार्यालय में आग लगने का दृश्य बनाया गया, लेकिन अधिकारी पहले ही बाहर आ गए थे। आग बुझाने वाली टीम बिना कार्रवाई किए चली गई, हालांकि कुछ देर बाद वापस लौटी। एंबुलेंस बिना किसी मरीज को लिए निकल गईं।
रात में हुआ ब्लैकआउट
मॉक ड्रिल के बाद रात 7:30 बजे पूरे हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और चंडीगढ़ में ब्लैकआउट किया गया। जैसे ही सायरन बजा, लोगों ने अपने घरों, दुकानों और कार्यालयों की लाइटें बंद कर दीं। कुछ स्थानों पर यह ब्लैकआउट 10 से 30 मिनट तक चला। हिसार में दुकानदारों ने लाइट बंद कर “भारत माता की जय” के नारे लगाए। यह दृश्य भावनात्मक और प्रेरणादायक था। वहीं कुछ स्थानों पर ब्लैकआउट का असर कमजोर भी रहा और लोग सायरन की गंभीरता को समझ नहीं सके।