Inkhabar Haryana, Naresh Tikait on Rakesh Tikait Attacked: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में शुक्रवार को आयोजित जन आक्रोश रैली उस वक्त सुर्खियों में आ गई जब भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत पर हमला हो गया। भाई पर हुए हमले पर नरेश टिकैत काफी गुस्से में नजर आए और उन्होंने आपातकालीन पंचायत बुलाने की घोषणा करते हुए कड़ी चेतावनी दी है।
रैली का उद्देश्य और विवाद की शुरुआत
हमले पर नरेश टिकैत का दिखा रौद्र रुप
हमले के बाद किसान यूनियन में गुस्सा और चिंता की लहर दौड़ गई। नरेश टिकैत, जो राकेश टिकैत के बड़े भाई और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष हैं, ने तुरंत ‘किसान-मजदूर सम्मान बचाओ सभा’ की आपातकालीन बैठक बुलाई। उन्होंने कहा कि हम अपने इतिहास पर कोई दाग नहीं लगाना चाहते। जो ठेस हमारे स्वाभिमान को पहुंची है, उसका जवाब मिलेगा लेकिन शांति और समझदारी के साथ। उन्होंने आगे कहा कि राजकीय इंटर कॉलेज का ऐतिहासिक मैदान ही अब किसान-मजदूरों की प्रतिष्ठा की परीक्षा बनेगा। यह मुद्दा न किसी पार्टी का है, न किसी मजहब का, यह केवल किसानों की इज्जत का सवाल है।
नरेश टिकैत ने इस मौके पर किसान एकता की अपील करते हुए कहा कि हम अकेले कोई फैसला नहीं लेंगे। निर्णय सब मिलकर लेंगे। यह सभा हमें यह भी बताएगी कि हमारे साथ कौन खड़ा है। अगर कोई नहीं है, तो कल का दिन बहुत कुछ साफ कर देगा। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि अगर हालात ऐसे बने कि हमारे घरों पर हमले होने लगें, तो इस जिले में रहना मुश्किल हो जाएगा।
सिंधु नदी विवाद पर हुआ हैं पूरा हंगामा
इस घटनाक्रम से कुछ ही दिन पहले, 27 अप्रैल को सहारनपुर में एक कार्यक्रम के दौरान नरेश टिकैत ने सरकार के सिंधु नदी का पानी रोकने के फैसले को लेकर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन सिंधु नदी का पानी रोकना उचित नहीं है। चाहे वह भारत का किसान हो या पाकिस्तान का, पानी के बिना उसका नुकसान तय है। कुछ लोगों की गलती की सजा पूरी जनता को देना न्यायसंगत नहीं।