Inkhabar Haryana, People reaction on Khap Panchayat Decision: हरियाणा के पलवल जिले में हाल ही में खाप पंचायतों द्वारा लिए गए एक ऐतिहासिक फैसले ने समाज में नई सोच और सुधार की दिशा में एक मजबूत संदेश दिया है। खापों ने शादी और अन्य सामाजिक आयोजनों में डीजे बजाने, पटाखे चलाने और मृत्यु भोज आयोजित करने पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। इस फैसले को स्थानीय लोगों द्वारा भरपूर समर्थन मिल रहा है, और इसे सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ एक सकारात्मक प्रयास माना जा रहा है।
डीजे पर रोक
समाज के लोगों ने खापों के इस फैसले की तारीफ करते हुए कहा कि शादी समारोहों में बजने वाला तेज़ आवाज़ वाला डीजे अक्सर विवाद और झगड़ों का कारण बनता है। इसके अलावा, यह ध्वनि प्रदूषण भी फैलाता है, जो विशेष रूप से बुजुर्गों और दिल के मरीजों के लिए हानिकारक होता है। डीजे की आवाज़ से कई बार बच्चों और विद्यार्थियों को भी परेशानी होती है, जिससे उनका मानसिक विकास और पढ़ाई प्रभावित होती है। इसलिए, यह प्रतिबंध समाज में शांति और स्वास्थ्य की दृष्टि से एक आवश्यक कदम है।
पटाखों पर रोक
पटाखों पर रोक लगाने के निर्णय को भी लोगों ने सही ठहराया है। उनका कहना है कि पटाखे न केवल वायु और ध्वनि प्रदूषण का कारण बनते हैं, बल्कि इससे आर्थिक नुकसान भी होता है। त्योहारों और समारोहों में पटाखों पर अत्यधिक खर्च किया जाता है, जो कई परिवारों के लिए भारी पड़ता है। साथ ही, पटाखों से होने वाले हादसे जैसे जलने या आग लगने की घटनाएं भी आम हैं, जिनसे जानमाल का नुकसान होता है।
मृत्यु भोज पर रोक
मृत्यु भोज की प्रथा को लोगों ने एक सामाजिक कुप्रथा बताया है। उनका कहना है कि इस परंपरा में दिखावा और तुलना का भाव बढ़ गया है। कुछ परिवार आर्थिक रूप से सक्षम होते हैं और मृत्यु भोज का आयोजन करते हैं, जबकि कई परिवारों पर यह परंपरा आर्थिक बोझ बन जाती है। इससे सामाजिक असमानता और मानसिक तनाव भी उत्पन्न होता है। खापों का यह फैसला समाज में समानता और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करता है।