Inkhabar Haryana, Radaur News: हरियाणा के रादौर में आवारा कुत्तों और बंदरों की बढ़ती संख्या स्थानीय निवासियों के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक यह समस्या आम हो गई है, जिससे लोगों में डर और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। आवारा कुत्तों और बंदरों के बढ़ते हमलों के कारण डॉग और मंकी बाइट के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। रादौर के सरकारी अस्पताल में रोजाना आठ से दस मामले डॉग और मंकी बाइट के सामने आ रहे हैं, जिससे स्थिति चिंताजनक हो गई है।
रादौर के सरकारी अस्पताल के एसएमओ डॉ. विजय परमार के अनुसार, पिछले महीने अस्पताल में करीब 260 डॉग और मंकी बाइट के केस दर्ज किए गए थे। इस महीने भी प्रतिदिन आने वाले मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे यह संख्या और अधिक बढ़ने की आशंका है। अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन की मांग भी तेजी से बढ़ रही है, क्योंकि अधिक मरीजों को इस वैक्सीन की जरूरत पड़ रही है।
स्थानीय प्रशासन की लापरवाही इस समस्या को और गंभीर बना रही है। आवारा कुत्तों और बंदरों को पकड़ने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं, जिससे यह जानवर खुलेआम घूमकर लोगों पर हमला कर रहे हैं। खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए घर से बाहर निकलना जोखिम भरा हो गया है।
बेसहारा कुत्तों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को इनकी नसबंदी पर ध्यान देना होगा। वहीं, बंदरों को पकड़कर सुरक्षित स्थानों पर छोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाना जरूरी है। डॉ. विजय परमार ने लोगों से आग्रह किया है कि डॉग और मंकी बाइट के मामलों को नजरअंदाज न करें और समय पर उचित चिकित्सा लें, ताकि संक्रमण और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सके।