Inkhabar Haryana, Rakesh Tikait attacked in Muzzarnagar Rally: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को आयोजित जन आक्रोश रैली उस वक्त विवादों के घेरे में आ गई जब जाने-माने किसान नेता राकेश टिकैत पर हमला हुआ। यह रैली सिविल लाइन थाना क्षेत्र के टाउन हॉल ग्राउंड में आयोजित की गई थी, जिसका उद्देश्य पहलगाम आतंकी हमले, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा और हिंदुओं के कथित पलायन का विरोध करना था।
168 संगठनों की भागीदारी, बाजार भी रहे बंद
इस रैली में छोटे-बड़े करीब 168 हिंदू संगठनों के सदस्य शामिल हुए थे। रैली के समर्थन में स्थानीय बाजारों को भी बंद रखा गया था। दोपहर से ही हजारों लोग टाउन हॉल ग्राउंड में एकत्र होने लगे। आयोजकों द्वारा मंच की व्यवस्था की गई थी और रैली को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई थी।
राकेश टिकैत के आगमन पर विरोध के सुर
शाम करीब 5:30 बजे जैसे ही किसान नेता राकेश टिकैत मंच पर पहुंचे, भीड़ के एक हिस्से ने विरोध शुरू कर दिया। “राकेश टिकैत वापस जाओ” के नारे लगने लगे और भगवा व तिरंगे झंडे हवा में लहराने लगे। यह विरोध उनके बड़े भाई नरेश टिकैत के उस बयान के बाद भड़का, जिसमें उन्होंने कहा था कि “पाकिस्तान का पानी रोकना सही नहीं है, भारत और पाकिस्तान के किसान एक जैसे हैं।” इस बयान से लोगों की भावनाएं आहत हुई थीं।
झंडे से हमला, पगड़ी गिरी
राकेश टिकैत मंच से नीचे उतरकर भीड़ को शांत करने की कोशिश कर रहे थे, तभी अचानक एक व्यक्ति ने उनके सिर पर झंडा मार दिया। इसके बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई और राकेश टिकैत की पगड़ी गिर गई। सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत उन्हें घेरे में लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इस घटना ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। घटना के बाद राकेश टिकैत ने मीडिया से कहा कि यह पूरी तरह से एक पूर्व नियोजित साजिश थी। अगर वे कामयाब हो जाते, तो शायद हमें मार ही देते। यही उनका मकसद था। पुलिस-प्रशासन को ऐसे लोगों को चिह्नित करना चाहिए, जिन्होंने शराब पी रखी थी।