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Rambilas Sharma on Parshuram Jayanti: “भगवान परशुराम ने 21 बार इस धरती से आतंकवाद को समाप्त किया”- रामबिलास शर्मा

BY: • LAST UPDATED : May 26, 2025
Inkhabar Haryana, Rambilas Sharma on Parshuram Jayanti: हरियाणा के भिवानी में आयोजित एक प्रेस वार्ता में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने कई अहम मुद्दों पर बयान दिए, जो अब राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन चुके हैं। राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के विवादित बयान के बाद रामबिलास शर्मा ने भी एक ऐसा बयान दिया, जिसने नई बहस को जन्म दे दिया है।

भगवान परशुराम पर दिया बयान

रामबिलास शर्मा, जो भिवानी दौरे पर 30 मई को रोहतक के पहरावर में आयोजित होने वाली परशुराम जयंती कार्यक्रम का निमंत्रण देने पहुंचे थे, उन्होंने इस दौरान कहा कि भगवान परशुराम ने 21 बार इस धरती से आतंकवाद को समाप्त किया। हालांकि यह बयान पौराणिक कथाओं से मेल नहीं खाता क्योंकि उन कथाओं के अनुसार भगवान परशुराम ने 21 बार क्षत्रियों का नाश किया था। इस संदर्भ में उनके बयान को तोड़-मरोड़कर देखा जा रहा है, जिससे राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। हालांकि, उन्होंने रामचंद्र जांगड़ा के विवादित बयान से खुद को अलग बताते हुए कहा कि जांगड़ा जी ने संभवतः वह बात किसी और लहजे में कही होगी, मैं उनके बयान से इत्तेफाक नहीं रखता।

पानी विवाद पर रामबिलास शर्मा का बयान

दक्षिण हरियाणा में जल संकट के सवाल पर रामबिलास शर्मा ने पंजाब की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने पंजाबी लहजे में कहा कि पंजाब को बड़े भाई का फर्ज अदा करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने पानी रोक दिया। शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान की ओर बहने वाले भारत के हिस्से के पानी को रोकने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। उन्होंने इशारा किया कि हरियाणा को भी समान अधिकारों के तहत पानी मिलना चाहिए।

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रोहतक की घटना पर भी बोले शर्मा

भाजपा नेता अशोक अरोड़ा और एक पार्षद प्रतिनिधि के बीच हुए विवाद पर रामबिलास शर्मा ने खुलकर बयान दिया। उन्होंने इस मुद्दे पर जांच की मांग करते हुए कहा कि अशोक अरोड़ा पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रह चुके हैं, इसलिए इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यह पहली बार है जब किसी वरिष्ठ भाजपा नेता ने इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया दी है।

न्यायालय के आदेश से नौकरी संकट पर जताई चिंता

सामाजिक और आर्थिक आधार पर नियुक्त हुए युवाओं की नौकरियों पर मंडराते खतरे को लेकर भी रामबिलास शर्मा ने स्पष्ट रूप से अपना पक्ष रखा। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस विषय पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से बात की है और आग्रह किया है कि ऐसी व्यवस्था बनाई जाए जिससे किसी की नौकरी न जाए। उन्होंने कहा कि इन नौजवानों ने मेहनत से नौकरी हासिल की है, सरकार को इनकी आजीविका की रक्षा करनी चाहिए।