Inkhabar Haryana, Rao Narbir Singh: हरियाणा के गुरुग्राम में हल्की सी बारिश के बाद शहर का जनजीवन जिस तरह से अस्त-व्यस्त हो गया, उसने एक बार फिर नगर प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जलभराव की पुरानी समस्या को गंभीरता से लेते हुए हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह अब पूरी तरह एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ शहर के जलभराव वाले प्रमुख इलाकों का दौरा किया और हालात का जायजा लिया।
जलभराव के 19 प्वाइंट्स का मौके पर निरीक्षण
कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने नगर निगम, जीएमडीए और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ मिलकर उन 19 स्थानों का दौरा किया जहां हर साल बारिश के समय भारी जलभराव की स्थिति पैदा होती है। दौरे के दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि इन सभी पॉइंट्स पर संबंधित अधिकारियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय की जाएगी। मंत्री ने कहा कि अब हर जलभराव पॉइंट पर एक अधिकारी की ड्यूटी लगाई जाएगी और यदि उसके क्षेत्र में जलभराव पाया गया तो उस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ निरीक्षण या कागज़ी योजना से अब काम नहीं चलेगा, हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाएगी।
100 से अधिक जलभराव स्थलों की सूची तैयार
गुरुग्राम प्रशासन ने ऐसे 100 से अधिक स्थलों की पहचान की है जहां हल्की बारिश में भी पानी भर जाता है। इन इलाकों में पानी जमा होने से ना सिर्फ यातायात प्रभावित होता है, बल्कि शहर के विकास कार्यों पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। मंत्री ने कहा कि इस बार एक ठोस और व्यापक प्लान के तहत काम किया जा रहा है ताकि किसी भी हाल में गुरुग्राम जलमग्न ना हो। गौरतलब है कि 2016 में हुई भारी बारिश के दौरान गुरुग्राम में महाजाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिसे आज भी लोग नहीं भूले हैं। तब से अब तक कई दावे किए गए, लेकिन नतीजे जमीन पर नहीं दिखे। इस बार मंत्री राव नरबीर सिंह ने खुद मोर्चा संभाला है और पूरे सिस्टम को अलर्ट कर दिया है।