Inkhabar Haryana, Renu Bhatia on Professor Arrest: हरियाणा के फरीदाबाद में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रहित में एकजुटता की अपील करते हुए हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने देश की बेटियों के सम्मान और सुरक्षा को लेकर दो टूक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बेटियों के प्रति अभद्र भाषा या सोच बर्दाश्त नहीं की जाएगी, चाहे वह कोई आम नागरिक हो या शिक्षण संस्थान में कार्यरत प्रोफेशनल।
कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी से भड़का मामला
रेणु भाटिया ने खुलासा किया कि हाल ही में “ऑपरेशन सिंदूर” अभियान के तहत देश की पहली महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी द्वारा आतंकवाद के खिलाफ की जा रही पहल की सराहना की जा रही थी। लेकिन इसी दौरान सोनीपत के अशोका यूनिवर्सिटी में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद ने सोशल मीडिया के माध्यम से उनके खिलाफ आपत्तिजनक और अभद्र टिप्पणी की, जो न केवल महिला विरोधी थी, बल्कि देश की सुरक्षा और सम्मान से भी जुड़ा विषय था।
महिला आयोग की तत्परता और FIR की प्रक्रिया
महिला आयोग ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए हरियाणा के डीजीपी को तुरंत पत्र लिखकर आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए। इसके बाद सोनीपत पुलिस ने संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी प्रोफेसर को हिरासत में ले लिया। पुलिस द्वारा मामले की छानबीन जारी है और आयोग इस बात को सुनिश्चित करेगा कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की मानसिकता को समाज में कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे उदाहरणों से समाज को संदेश मिलना चाहिए कि महिलाएं अब चुप नहीं बैठेंगी और न ही समाज उन्हें नजरअंदाज कर सकता है।
आरोपी के बैकग्राउंड पर भी उठे सवाल
भाटिया ने आगे बताया कि प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी प्रोफेसर का पारिवारिक बैकग्राउंड संदिग्ध रहा है। बताया गया है कि उसके पूर्वज पाकिस्तान की एक राजनीतिक पार्टी को फंडिंग करते थे। उन्होंने खुफिया एजेंसियों से अनुरोध किया कि वे इस पहलू की भी गहन जांच करें, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि कहीं यह कोई गहरी साजिश का हिस्सा तो नहीं। रेणु भाटिया ने अशोका यूनिवर्सिटी प्रबंधन से आग्रह किया कि इस प्रकार की मानसिकता रखने वाले व्यक्ति को तत्काल प्रभाव से संस्थान से बाहर किया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग शिक्षा के मंदिरों में विद्यार्थियों को क्या दिशा देंगे, जब उनके अपने विचार ही देश और नारी के सम्मान के विरुद्ध हैं।
पुलिस की लापरवाही और अधिकारी का तबादला
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आयोग की सख्त निगरानी के बावजूद पुलिस द्वारा प्रारंभिक स्तर पर की गई लापरवाही को भी नजरअंदाज नहीं किया गया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देश पर लापरवाह पुलिस अधिकारी का तुरंत तबादला कर दिया गया है। रेणु भाटिया ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि यह कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।