Inkhabar Haryana, Rewari News: सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने और गुर्जर समाज में एकरूपता लाने के उद्देश्य से रेवाड़ी जिले के गांव बखापुर स्थित बाबा देव नारायण मंदिर में महापंचायत आयोजित की गई। इस महापंचायत की अध्यक्षता थावर सिंह छाबड़ी ने की, जिसमें समाज के हितों को ध्यान में रखते हुए नौ अहम फैसले लिए गए। पंचायत ने यह भी निर्णय लिया कि इन फैसलों का उल्लंघन करने वालों का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।
महापंचायत में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले
गुर्जर समाज ने कुछ परंपराओं को समाप्त करने और समाज में सुधार लाने के लिए निम्नलिखित नौ बिंदुओं पर सहमति बनाई:
- शादी समारोहों में डीजे पर प्रतिबंध: शादी के दौरान तेज आवाज में डीजे बजाने पर पूरी तरह रोक लगाई गई है।
- भात न्योतने के कार्यक्रम में सीमित महिलाएं: अब शादी में भात न्योतने के कार्यक्रम में 11 से अधिक महिलाएं शामिल नहीं होंगी।
- छुछक लेने और देने पर रोक: शादी में दिया और लिया जाने वाला छुछक (उपहार) अब पूरी तरह बंद रहेगा।
- छठी की रात बर्तन बांटने की प्रथा समाप्त: नवजात शिशु के जन्म के बाद छठी की रात बर्तन बांटने की परंपरा को बंद कर दिया गया है।
- लड़की रोकने और लाने की सीमा तय: शादी से पहले लड़की को रोकने के लिए और फिर वापस लाने के लिए केवल पांच-पांच लोग ही जाएंगे।
- माला की रकम सीमित: शादी में माला की रकम अधिकतम ₹5100 ही होगी, इससे अधिक नहीं दी जाएगी।
- शादी में शराब पर रोक: किसी भी शादी समारोह में शराब का बार नहीं लगाया जाएगा।
- गांव की सीमा में शराब का ठेका नहीं: समाज यह सुनिश्चित करेगा कि गांव की सीमा में शराब का ठेका नहीं खोला जाए।
- मांढा झांकने में भी सीमित लोग: मांढा झांकने (शादी से जुड़े रीति-रिवाजों) में भी केवल पांच लोग ही शामिल होंगे।