Inkhabar Haryana, Saruchi Phogat: हरियाणा की मिट्टी ने एक बार फिर स्वर्णिम इतिहास रच दिया है। झज्जर जिले के सिसरोली गाँव की 19 वर्षीय शूटर सरूची फोगाट ने पेरू की राजधानी लीमा में आयोजित ISSF विश्व कप में लगातार दूसरी बार स्वर्ण पदक जीतकर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। सरूची ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फ़ाइनल में 243.6 अंक के साथ पहला स्थान हासिल किया।
बाबा स्वामी दयाल धाम पहुंचकर किया नमन
गोल्डन गर्ल सरूची जब अपने देश लौटीं तो सबसे पहले चरखी दादरी के बाबा स्वामी दयाल धाम पहुंचीं, जहां उन्होंने अपने कुल देवता को नमन कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान फोगाट खाप के पदाधिकारियों द्वारा मंदिर परिसर में सरूची का भव्य स्वागत और सम्मान किया गया। उन्होंने पारंपरिक अंदाज़ में गोल्ड मेडल विजेता को सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
पिता का सपना किया पूरा
सम्मान समारोह के दौरान सरूची भावुक होते हुए बोलीं कि मेरे पिता का सपना था कि मैं खेलों के जरिए अपने गांव और क्षेत्र का नाम रोशन करूं। आज जब मैं स्वर्ण पदक के साथ अपने घर आई हूं, तो मुझे गर्व है कि मैंने उनका सपना पूरा किया। सरूची ने कहा कि उनका अगला लक्ष्य ओलंपिक और कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक जीतना है और उन्हें पूरा विश्वास है कि वह यह लक्ष्य भी हासिल करेंगी।
मां-बाप की खुशी का ठिकाना नहीं
सरूची की मां सुदेश ने बेटी की उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बचपन से ही हम चाहते थे कि हमारी बेटी खेलों में आगे बढ़े। उसने हमारे सपने को साकार किया और गोल्ड मेडल लेकर आई। हम चाहते हैं कि वह आगे भी देश का नाम इसी तरह रोशन करती रहे। वहीं पिता इंदर सिंह ने गर्व से कहा कि मेरा सपना था कि मेरी बेटी देश के लिए गोल्ड लाए और आज वह सपना पूरा हो गया है। अब बस यही चाहता हूं कि वह हर मुकाबले में गोल्ड ही लेकर लौटे।
सरकार से की यह अपील
सरूची फोगाट ने हरियाणा सरकार से एक अहम अपील भी की। उन्होंने कहा कि हरियाणा में नेशनल लेवल की एयर पिस्टल रेंज एकेडमी बननी चाहिए, जिससे यहां के खिलाड़ियों को आधुनिक सुविधाएं मिल सकें और वे अंतरराष्ट्रीय मंच पर और बेहतर प्रदर्शन कर सकें।