जिला कष्ट निवारण समिति की इस बैठक की अध्यक्षता कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने की। बैठक में कुल 15 जन शिकायतें सुनी गईं, जिनमें से 6 का मौके पर ही निपटारा किया गया, 4 को शीघ्र समाधान के लिए समय दिया गया और 5 मामलों को अगली बैठक तक के लिए लंबित रखा गया।
दूसरे नंबर पर सुनवाई के लिए पेश की गई शिकायत ओवरलोडिंग से संबंधित थी। अधिवक्ता संजीव तक्षक ने जिले में हो रहे अवैध खनन और ओवरलोडिंग को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की मिलीभगत से ट्रकों की ओवरलोडिंग बेरोकटोक जारी है। उन्होंने बीती रात का वीडियो साक्ष्य होने की बात भी कही और सरकार व प्रशासन पर केवल खानापूर्ति करने का आरोप लगाया।
अधिवक्ता संजीव तक्षक ने मंत्री से सीधा सवाल किया कि या तो आप मान लीजिए कि इसे रोकना आपके बस की बात नहीं है, या फिर इसका समाधान कीजिए। इस पर कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने नाराजगी जताते हुए कहा, बाहर करो इसे, तू गुंडा है क्या। इससे पहले कि स्थिति और बिगड़ती, डीसी मुनीश शर्मा ने अधिवक्ता को संयम बरतने और गरिमा बनाए रखने की हिदायत दी। लेकिन मामला बिगड़ने पर सुरक्षाकर्मियों ने अधिवक्ता को बाहर कर दिया।
बैठक में एक निजी स्कूल के अध्यापक ने शिकायत दर्ज कराई कि स्कूल उसे वेतन नहीं दे रहा और प्रताड़ित कर रहा है। इस पर मंत्री ने उपायुक्त को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। उपायुक्त ने संबंधित निजी स्कूल को नोटिस जारी करते हुए दो दिन के भीतर अध्यापकों की सैलरी देने का आदेश दिया और चेतावनी दी कि सैलरी न देने की स्थिति में स्कूल को बंद कर दिया जाएगा। एक अन्य शिकायत अवैध कॉलोनी को लेकर आई, जिस पर कृषि मंत्री ने जांच के लिए कमेटी गठित करने और कब्जा करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।