Advertisement
Advertisement
होम / Vinay Narwal Family Reaction on Operation Sindoor: भारत ने लिया विनय नरवाल की जान का बदला, जानें क्या है ऑपरेशन सिंदूर पर शहीद के परिजनों का रिएक्शन

Vinay Narwal Family Reaction on Operation Sindoor: भारत ने लिया विनय नरवाल की जान का बदला, जानें क्या है ऑपरेशन सिंदूर पर शहीद के परिजनों का रिएक्शन

BY: • LAST UPDATED : May 7, 2025

संबंधित खबरें

Inkhabar Haryana, Vinay Narwal Family Reaction on Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए 22 अप्रैल 2025 को हुए कायरान हमले हुआ था, जिसमें भारतीय नौसेना के जवान विनय नरवाल शहीद हो गए। आतंकियों ने विनय से उनका धर्म पूछकर, उनकी पत्नी हिमांशी के सामने उन्हें गोली मार दी। इस दर्दनाक घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया और अब जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकियों के 9 ठिकानों को नेस्तनाबूद कर करारा जवाब दिया, तब विनय नरवाल के परिजनों की प्रतिक्रिया पूरे राष्ट्र की भावनाओं की अभिव्यक्ति बन गई।

 ‘जवानों को सलाम, मोदी सरकार को समर्थन’- आशा नरवाल

विनय नरवाल की मां आशा नरवाल ने अपने बेटे की शहादत के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी के साथ हैं। सेना ने जो कदम उठाया है, वो बहुत अच्छा है। जनता और हमारा पूरा परिवार सरकार के साथ है। उनकी आवाज़ में एक मां का दर्द भी था और गर्व भी। उन्होंने सैनिकों को संदेश देते हुए कहा कि मैं सेना के जवानों से कहना चाहती हूं कि आगे बढ़ते रहो, और हर बार ऐसे ही बदला लो। शहीदों को अब न्याय मिला है। कोई ऐसी घटना दोबारा न हो इसका यही रास्ता है।

“सरकार ने भरोसे को सच्चाई में बदला”- राजेश नरवाल

विनय के पिता राजेश नरवाल ने ऑपरेशन सिंदूर पर कहा कि जब ये हादसा हुआ, तो लोगों ने पूछा – आप क्या चाहते हैं? उन्होंने उस समय सिर्फ एक बात कही थी कि मुझे सरकार पर भरोसा है। मुझे यकीन है कि सरकार जवाब देगी और आज उन्होंने वो कर दिखाया। उन्होंने आगे कहा कि जिनके लाल चले गए, उनका जीवन तो वापस नहीं आ सकता, लेकिन मैंने यही कहा था कि ऐसा कुछ होना चाहिए कि दोबारा कोई पहलगाम जैसा हमला करने की हिम्मत न करे। सरकार ने जो 9 ठिकानों पर स्ट्राइक की है, वो एकदम सही है। अब दुश्मन सोचेंगे भी नहीं।

शादी के 6 दिन बाद टूटा सपना

विनय नरवाल हरियाणा के करनाल जिले के निवासी थे। 16 अप्रैल 2025 को ही उन्होंने अपनी जीवनसंगिनी हिमांशी से विवाह किया था। विवाह के बाद छुट्टियां बिताने के लिए वे पहलगाम गए थे। उन्हें क्या पता था कि उनकी जिंदगी की सबसे खूबसूरत यात्रा ही अंतिम बन जाएगी। हमले के दिन आतंकियों ने जबरन विनय से उनका धर्म पूछा और फिर पत्नी के सामने ही गोली मार दी। यह घटना देश के लिए न केवल एक त्रासदी थी, बल्कि एक चेतावनी भी – कि अब और सहना नहीं है।
Advertisement

लेटेस्ट खबरें