1. महिला कर्मचारियों को अधिक अवकाश – नियमित महिला कर्मचारियों के आकस्मिक अवकाश को 20 से बढ़ाकर 25 दिन कर दिया गया, जबकि अनुबंधित महिला कर्मचारियों के विशेष अवकाश को 10 से बढ़ाकर 22 दिन किया गया।
2. महिला उद्यमियों को बिना ब्याज का ऋण – अब 1 लाख रुपए तक का ऋण लेने वाली महिला उद्यमियों को ब्याज नहीं देना पड़ेगा, क्योंकि इसका पूरा वहन सरकार करेगी।
3. महिलाओं और बेटियों से जुड़े तीन नए पोर्टल लॉन्च – सीएम ने वर्चुअल माध्यम से चरखी दादरी में बाल विकास भवन और 44 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का भी शुभारंभ किया।
हरियाणा सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन से करनाल और अंबाला जिलों में लिंगानुपात में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
मुख्यमंत्री सैनी ने हरियाणा कैबिनेट की तीन महिला नेताओं—श्रुति चौधरी, आरती सिंह राव और शक्तिरानी शर्मा—को ‘हीरो’ करार दिया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और वे महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
CM सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि यदि हमें विकसित भारत बनाना है, तो महिलाओं की भागीदारी तेजी से सुनिश्चित करना जरूरी है। हमें लिंगानुपात में बराबरी लाने के लिए अपने प्रयासों को और तेज करना होगा। इसे एक जनआंदोलन बनाना होगा। हर बेटी और हर महिला को उसकी क्षमता के अनुसार आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि नारी नीति, निष्ठा और निर्णय की प्रतिबिंब होती है। नारी का सम्मान करना हमारी संस्कृति है। हरियाणा सरकार महिलाओं को समान अवसर देने और उनके सशक्तिकरण के लिए निरंतर कार्य कर रही है।