Inkhabar Haryana, Kaithal news: कैथल में एक अप्रत्याशित घटना देखने को मिली, जब ट्रैफिक एसएचओ और सीआईडी के जिला इंचार्ज के बीच चालान को लेकर विवाद हो गया। यह मामला उस समय सुर्खियों में आया जब ट्रैफिक एसएचओ एसआई राजकुमार राणा ने सीआईडी जिला इंचार्ज गुरदयाल के बेटे की स्कॉर्पियो गाड़ी का 17,000 रुपये का चालान काट दिया। इस दौरान दोनों अधिकारियों के बीच तनातनी ने पूरे प्रकरण को गंभीर बना दिया।
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ट्रैफिक एसएचओ राजकुमार राणा ने बताया कि गाड़ी के शीशों पर काली फिल्म लगी हुई थी, जो मोटर वाहन अधिनियम के तहत प्रतिबंधित है। जब गाड़ी को रोककर चालान काटने की कार्रवाई शुरू की गई, तो वाहन मालिक ने अपने पिता को बुला लिया। सीआईडी जिला इंचार्ज गुरदयाल मौके पर पहुंचे और ट्रैफिक पुलिस को कथित तौर पर धमकी दी कि हिम्मत है तो चालान करके दिखाओ।
ट्रैफिक एसएचओ ने तुरंत मामले की जानकारी कैथल एसपी राजेश कालिया को दी। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कानून सबके लिए समान है, चाहे वह पुलिस अधिकारी का बेटा हो या आम नागरिक। राणा ने कहा कि यातायात नियमों का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है और यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है।
बता दें कि, दूसरी तरफ सीआईडी जिला इंचार्ज के बेटे ने ट्रैफिक पुलिस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि चालान नाजायज था। उनका दावा है कि उनकी गाड़ी पर मात्र 30% काली फिल्म थी, जो नियमों के भीतर है और उन्होंने किसी भी ट्रैफिक सिग्नल का उल्लंघन नहीं किया। उनका आरोप है कि गाड़ी का फिल्म लगाने पर 10,000 रुपये और सिग्नल तोड़ने पर 7,000 रुपये का चालान किया गया, जो अनुचित है।
इसके साथ ही सीआईडी अधिकारी गुरदयाल ने भी इस बात से इनकार किया कि उन्होंने किसी प्रकार की धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि वे खाकी का सम्मान करते हैं, लेकिन गलत कार्रवाई का विरोध करना जरूरी है।
कैथल एसपी राजेश कालिया ने इस पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को अनुशासन और नियमों का पालन करना चाहिए। किसी भी पक्ष की गलती पर निष्पक्ष जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।