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Traffic police Corruption: गजब! पंचकूला ट्रैफिक पुलिस का भ्रष्टाचारी खेल, जानें पूरा मामला

BY: • LAST UPDATED : November 17, 2024

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Inkhabar Haryana, Traffic police Corruption: पंचकूला की यातायात पुलिस के एक भ्रष्टाचार के मामले ने तूल पकड़ लिया है, जिसमें ट्रैफिक पुलिसकर्मी ऑनलाइन चालान के जरिए वाहन चालकों से पैसे वसूल रहे थे, लेकिन यह पैसे सरकारी खजाने में न जाकर एक मिठाई विक्रेता के खाते में जा रहे थे। मामले का खुलासा तब हुआ, जब एक वकील ने इसकी शिकायत की और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने जांच शुरू की।

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क्या था मामला

पंचकूला के ट्रैफिक पुलिस के तीन कर्मचारी वाहन चालकों को नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर उन्हें रोकते थे और फिर ऑनलाइन चालान भरवाने के लिए क्यूआर कोड स्कैनर का उपयोग करते थे। इसके बाद चालान की रकम सीधे एक मिठाई विक्रेता के बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाती थी। यह पूरी प्रक्रिया भ्रष्टाचार का हिस्सा बन गई थी, जिससे पुलिसकर्मी अवैध तरीके से पैसे जमा कर रहे थे।

मामला तब सामने आया जब एक असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी (एडीए) रोहित सिंगला ने 27 अगस्त 2023 को अपनी कार का चालान करवाने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से शिकायत की। शिकायत के अनुसार, जब उनकी कार को जलौली टोल प्लाजा के पास रोका गया, तो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने आरोप लगाया कि उनकी कार की गति तय सीमा से अधिक थी। इसके बाद, उनसे एक हजार रुपये का चालान भरने के लिए कहा गया। क्यूआर कोड स्कैनर के माध्यम से उन्होंने यह भुगतान किया, लेकिन चालान की कोई पर्ची उन्हें नहीं दी गई। एडीए ने इसे संदेहास्पद पाया और मामले की शिकायत एसीबी से की।

 

जांच और गिरफ्तारियां

 

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मामले की जांच की और पाया कि यह पूरी प्रक्रिया फर्जी थी। इसके बाद एसीबी ने तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया – होमगार्ड के जवान सचिन कुमार, सियाराम और मनदीप कुमार। इन तीनों को पंचकुला कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि मामले में एक ट्रैफिक इंचार्ज ओम प्रकाश गिरी और एसपीओ सुरेंद्र कुमार अभी फरार हैं। इनके खिलाफ भी जल्द ही कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।

 

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई

 

इस पूरे मामले में एसीबी ने भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी की धारा के तहत केस दर्ज किया था। एडीए की शिकायत पर शुरू हुई जांच ने एक बड़े भ्रष्टाचार को उजागर किया, जिसमें ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने अपनी ड्यूटी का दुरुपयोग किया और सरकारी राशि की बजाय एक निजी व्यक्ति के खाते में पैसे भेजे। यह मामला दिखाता है कि कैसे कुछ पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी को एक भ्रष्टाचार के साधन के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे।

आरोपी को कड़ी सजा देगें

 

पंचकूला पुलिस ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे और जो भी आरोपी होंगे, उन्हें कड़ी सजा दिलवाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के मामलों में किसी भी प्रकार की साजिश और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

 

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