रेखा गुप्ता का पैतृक गांव नंदगढ़, जींद जिले के जुलाना हलके में स्थित है। उनके दादा मनीराम और परदादा गंगाराम इसी गांव में रहते थे। गांव के बुजुर्गों के अनुसार, करीब 50 साल पहले तक उनका परिवार यहीं बसा हुआ था। गांव के नंबरदार ने बताया कि रेखा गुप्ता के दादा मनीराम ने गांव में एक दुकान चलाई थी। बाद में उन्होंने जुलाना में आढ़त की दुकान शुरू की और परिवार समेत वहीं बस गए।
गांव की महिलाएं और बुजुर्ग रेखा गुप्ता की इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं। गांव की बिमला, कमला और कमलेश ने बताया कि रेखा गुप्ता का पुश्तैनी मकान पहले छोटी ईंटों की हवेली थी, जिसे बाद में गांव के ही चांदराम ने खरीद लिया और वहां अपना नया मकान बना लिया। बावजूद इसके, गांववालों की यादों में रेखा गुप्ता का परिवार आज भी बसा हुआ है।