Inkhabar Haryana, Holi 2025: रंगों के त्योहार होली का खुमार हर तरफ़ नज़र आने लगा है। बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है, दुकानों पर रंग-बिरंगे गुलाल और तरह-तरह की पिचकारियों की भरमार है। बच्चे हों या बड़े, सभी होली की तैयारियों में जुटे हैं। खासकर बच्चों में नई-नई पिचकारियों को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। इस बार होली के बाजारों में हर्बल गुलाल और सुपरहीरो थीम वाली पिचकारियां लोगों का ध्यान खींच रही हैं।
हर्बल गुलाल की बढ़ी डिमांड
पिछले कुछ वर्षों में लोग अपनी सेहत को लेकर अधिक जागरूक हुए हैं और इसी का असर होली के बाजारों में भी दिखाई दे रहा है। पहले जहां गुलाल और रंगों में हानिकारक रसायनों की मात्रा अधिक होती थी, वहीं अब हर्बल और प्राकृतिक गुलाल की मांग तेजी से बढ़ रही है। दुकानदारों के अनुसार, फूलों से बने हर्बल गुलाल को लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं क्योंकि यह त्वचा और आंखों के लिए सुरक्षित है। एक दुकानदार ने बताया कि आजकल लोग अपनी हेल्थ को लेकर काफी सतर्क हैं, इसलिए वे हर्बल गुलाल को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। बाजार में अब उच्च गुणवत्ता वाले रंग उपलब्ध हैं, जो सेहत के लिए सुरक्षित हैं।
सुपरहीरो और कार्टून पिचकारियों का क्रेज
बच्चों के लिए होली का मतलब सिर्फ रंग नहीं, बल्कि नई पिचकारी भी होती है। बाजार में इस साल सुपरहीरो और कार्टून कैरेक्टर थीम वाली पिचकारियों की भरमार है। स्पाइडरमैन, छोटा भीम, डोरेमोन, मोटू-पतलू और क्रिकेट स्टार्स की तस्वीरों वाली पिचकारियां सबसे ज्यादा पसंद की जा रही हैं।
दुकानदारों का कहना है कि इस बार बड़ी टैंक वाली इलेक्ट्रिक पिचकारियों की मांग भी बढ़ी है। एक दुकानदार ने मज़ाकिया अंदाज में कहा कि अब जमाना 5G का है, तो पिचकारियां भी हाईटेक हो गई हैं। बड़े टैंक वाली इलेक्ट्रिक पिचकारियां बच्चों को खूब पसंद आ रही हैं।
बदला होली का अंदाज
बदलते समय के साथ होली खेलने के तरीके भी बदल रहे हैं। पहले जहां लोग कोड़े (पतली बेंत) से होली खेलने का मज़ा लेते थे, वहीं अब अधिकतर लोग साफ-सुथरी होली पसंद कर रहे हैं। एक बुजुर्ग ने बताया कि पहले कोड़े से होली खेलना हरियाणा में काफी मशहूर था, लेकिन अब लोग सिर्फ गुलाल और पानी से होली खेलना पसंद करते हैं। समय के साथ लोगों का अंदाज भी बदल गया है।