Inkhabar Haryana, Narnaul News: हरियाणा के नारनौल जिले के गांव नांगल काठा में एक अनूठी और प्रेरणादायक परंपरा देखने को मिली। यहां एक लड़की को शादी से पहले लड़कों की तरह घोड़ी पर बैठाकर पूरे गांव में बनवारा निकाला गया। यह परंपरा समाज में बेटा-बेटी के बीच समानता को दर्शाने और बेटियों को बराबरी का दर्जा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
बनवारे की खासियत
गांव नांगल काठा निवासी प्रीति यादव की शादी से पहले उसके ताऊ, रिटायर्ड फौजी सुरेश कुमार ने उसकी घोड़ी पर बैठाकर पूरे गांव में धूमधाम से बनवारा निकाला। परंपरागत रूप से यह रस्म केवल लड़कों के लिए होती थी, लेकिन समाज में बढ़ती जागरूकता और समानता के विचारों ने इस रूढ़िवादी सोच को बदलने में मदद की है।
बनवारे से पहले प्रीति के ताऊ ने परिजनों और परिचितों को सहभोज का आयोजन किया। इस दौरान रिश्तेदारों और गांव के लोगों ने इस अनूठे कदम की सराहना की। रात के समय महिलाओं ने डीजे पर नाचकर इस खुशी को और भी खास बना दिया। यह पहल दिखाती है कि अब बेटियों की शादी को बोझ नहीं समझा जाता, बल्कि उनकी शादी भी उतनी ही धूमधाम से मनाई जाती है, जितनी बेटे की।
18 फरवरी को होगी शादी
प्रीति यादव की शादी 18 फरवरी को तय हुई है। उसने बीकॉम तक की पढ़ाई पूरी कर ली है और उसका सपना चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बनने का है। उसके पिता भी भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं और अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। प्रीति की शादी नारनौल के केशव नगर निवासी योगेश यादव से होगी, जो नारनौल सेशन कोर्ट में कार्यरत हैं। दोनों परिवार शिक्षित और प्रगतिशील विचारधारा वाले हैं, जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के समर्थक हैं।