Crisis Of Pollution: दीपावली के नजदीक आते ही हरियाणा के कई शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। देश के 23 सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में हरियाणा के 7 शहर शामिल हो गए हैं। दिल्ली की हवा पहले से ही बेहद प्रदूषित है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 के पार चल रहा है। इसी तरह, हरियाणा के कुछ शहर भी गंभीर वायु प्रदूषण की चपेट में हैं।
बुधवार को चरखी दादरी में एक्यूआई 257, भिवानी में 242, गुरुग्राम में 213, हिसार में 202, सिरसा में 211, सोनीपत में 221 और यमुनानगर में एक्यूआई 226 तक पहुंच गया। इन शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर लगातार बदलता रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। प्रदूषित हवा में सांस लेने से विशेषकर बुजुर्ग, बच्चे और अस्थमा के रोगी प्रभावित हो रहे हैं।
मंगलवार को बहादुरगढ़ में एक्यूआई 222, भिवानी में 234, जींद में 212 और कैथल में 227 था। बुधवार को बहादुरगढ़, कैथल और जींद में स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ, जहां इनका एक्यूआई 200 के नीचे आकर यलो जोन में पहुंच गया है। फिर भी, प्रदूषण का स्तर अभी भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जा रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि खेतों में पराली जलाने और बढ़ते वाहनों के कारण हवा में जहरीले कण बढ़ रहे हैं। लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे जितना हो सके, घर के अंदर रहें और बाहर जाते समय मास्क का उपयोग करें। वहीं, प्रशासन भी प्रदूषण को कम करने के लिए कड़े कदम उठा रहा है, ताकि लोगों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण मिल सके।
हरियाणा और दिल्ली के इस बढ़ते प्रदूषण से बचने के लिए हर नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सजग रहे और प्रदूषण कम करने में अपना योगदान दे।
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