Inkhabar Haryana,Faridabad AQI: दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे आम जनता को स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रदूषण के कारण इस समय फरीदाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगभग 200 के आसपास बना हुआ है, जो खतरनाक श्रेणी में आता है। इसका असर खासकर सुबह-सुबह महसूस हो रहा है, जब हवा में धूल और अन्य प्रदूषक तत्व अधिक होते हैं।
सामान्य लोगों के लिए भी बन रहा खतरा
वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। दिन की शुरुआत में ही गले में ख़राश और आँखों में जलन जैसी समस्याएँ आम हो गई हैं। प्रदूषण की यह स्थिति न केवल बच्चों और बुजुर्गों के लिए, बल्कि सामान्य लोगों के लिए भी चिंता का विषय बन चुकी है। कई लोग सर्दी-खांसी, सिरदर्द और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याओं से भी जूझ रहे हैं।
श्वसन तंत्र के लिए हानिकारक
विशेषज्ञों का मानना है कि हवा में घुली धूल, कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड जैसे प्रदूषक तत्व न केवल शरीर को कमजोर करते हैं, बल्कि यह श्वसन तंत्र और आंखों की सेहत के लिए भी हानिकारक साबित हो सकते हैं। ऐसे में, दिल्ली-एनसीआर के निवासियों के लिए जरूरी हो गया है कि वे प्रदूषण के इस स्तर को लेकर गंभीर कदम उठाएं और अपनी सेहत का ध्यान रखें।
प्रदूषण से बचने के उपाय
प्रदूषण से बचने के लिए मास्क लगाए, खिड़की-दरवाजों को बंद रखें,ताजें फलों का सेवन करें और अगर कोई जरुरी काम न हो तो बाहर जानें से भी बचें खासकर उन समयों में जब प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा हो, यानी सुबह और शाम के समय। अगर आपको गले में ख़राश, खांसी या अन्य श्वसन संबंधी समस्याएँ महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और नियमित चेकअप कराएं।