Inkhabar Haryana, Haryana Weather Update: हरियाणा में इस समय भीषण गर्मी लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। मई महीने के अंत तक पहुंचते-पहुंचते प्रदेश के कई जिलों में तापमान लगातार बढ़ रहा है। खासकर रोहतक, कालांवाली और रेवाड़ी जैसे शहरों में गर्मी का असर इतना ज्यादा है कि लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। जरूरी काम न हो तो लोग घर से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं।
घरों में कैद हो रहे लोग
रोहतक में तापमान में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। दोपहर होते-होते सड़कें सुनसान हो जाती हैं। लोग केवल अति आवश्यक कामों के लिए ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। दिन के समय धूप इतनी तीव्र हो जाती है कि लोग अपने कामों को सुबह या देर शाम के लिए टाल रहे हैं। बाजारों, बस स्टैंड, और सार्वजनिक स्थलों पर सामान्य दिनों की अपेक्षा कम भीड़ देखी जा रही है। गर्मी के इस कहर से छोटे बच्चों और बुजुर्गों को विशेष दिक्कतें हो रही हैं।
सब्जियों की पैदावार प्रभावित, बढ़े दाम
कालांवाली में गर्मी के कारण केवल आम जनता ही नहीं, बल्कि सब्जी विक्रेता और किसान भी परेशान हैं। कई दिनों से बारिश न होने और लगातार बढ़ते तापमान के चलते गर्मियों की सब्जियों की पैदावार बुरी तरह प्रभावित हुई है। इससे सब्जियों की उपलब्धता बाजार में कम हो गई है और दाम में भारी उछाल देखने को मिला है। नींबू, जिसकी गर्मी में भारी मांग रहती है, इस समय 120 रुपए प्रति किलो बिक रहा है जो सामान्य गर्मियों के मुकाबले काफी अधिक है। दुकानदारों का कहना है कि गर्मी इतनी तेज है कि अगर सब्जियां एक ही दिन में न बिकें, तो अगले दिन तक वे खराब हो जाती हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
रेहड़ी संचालकों ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें स्थायी स्थान प्रदान किया जाए, जहां वे गर्मी में सब्जियों को सुरक्षित रख सकें। उनका कहना है कि अगर ऐसी व्यवस्था न हुई, तो ना सिर्फ उनका व्यापार प्रभावित होगा, बल्कि लोगों को भी ताजे और सस्ते सब्जियां नहीं मिल पाएंगी।
स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी
रेवाड़ी में भी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। जैसे ही दोपहर का समय होता है, शहर की व्यस्ततम सड़कें सुनसान हो जाती हैं। धूप और गर्म हवाओं के चलते बाहर निकलना जोखिम भरा हो जाता है। स्वास्थ्य विभाग लगातार हाइड्रेशन बनाए रखने और अधिक देर तक धूप में न रहने की सलाह दे रहा है। विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी में लोगों से कहा गया है कि वे हल्के और सूती कपड़े पहनें, समय-समय पर पानी पीते रहें, और वृद्ध, बच्चे तथा बीमार व्यक्तियों को विशेष ध्यान दें।