Pollution Increase: हरियाणा में दिवाली से पहले प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे कई शहरों में वायु की गुणवत्ता खराब हो गई है। देश के 22 सबसे प्रदूषित शहरों में हरियाणा के पांच जिले भी शामिल हैं, जो राज्य में बढ़ते प्रदूषण के संकेत दे रहे हैं। मंगलवार को सोनीपत का एक्यूआई 270 तक पहुंच गया, जो दिल्ली के 268 से भी अधिक था। इसके अलावा, बहादुरगढ़ का एक्यूआई 222, भिवानी का 234, जींद का 212 और कैथल का 227 दर्ज किया गया।
बीते सोमवार को हरियाणा के 10 जिलों का एक्यूआई 200 से 300 के बीच था, जिसमें चरखी-दादरी, फरीदाबाद, हिसार, कुरुक्षेत्र, पंचकूला और यमुनानगर जैसे जिले शामिल थे। मंगलवार को इन जिलों का एक्यूआई स्तर कुछ सुधार के बाद यलो जोन में आ गया है, लेकिन स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।
राज्य में पराली जलाने के नए मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। मंगलवार को हरियाणा में पराली जलाने के 13 नए मामले सामने आए। अब तक 15 सितंबर से लेकर 28 अक्तूबर तक पराली जलाने के कुल 739 मामले दर्ज किए गए हैं। कैथल में सबसे अधिक 139 मामले दर्ज किए गए हैं। इसी प्रकार, कुरुक्षेत्र में 111, अंबाला में 78, करनाल में 78, जींद में 56, फतेहाबाद और सोनीपत में 48-48 मामले सामने आए हैं।
सरकार द्वारा पराली जलाने पर सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं। पराली जलाने वाले 452 किसानों की “रेड एंट्री” की गई है, जिससे उन्हें आगामी दो सीजन तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसल बेचने की अनुमति नहीं होगी। इस संदर्भ में अब तक 218 एफआईआर भी दर्ज हो चुकी हैं। पंजाब में भी पराली जलाने के मामले बढ़े हैं। मंगलवार को पंजाब में पराली जलाने के 219 नए मामले आए, जिससे कुल मामलों की संख्या 2356 हो गई है।
Diwali Festival: दिवाली पर मिलावट से सावधान रहें, WHO के डॉक्टर्स ने दी चेतावनी