Valentine Day: प्यार का नहीं बल्कि बलिदान का दिन हैं वैलेटाइन डे, जानें पीछे की कहानी
14 फरवरी को लोग अपने प्यार का इजहार करते है, लेकिन क्या आप जानते है कि वैंलेटाइन प्यार का नहीं बल्कि बलिदान का दिन है।
वैलेंटाइन डे की कहानी प्राचीन रोम से शुरु होती है। किवदंतियों में बताया जाता हैं कि रोम के राजा क्लॉडियस-II के राज्य में एक पादरी संत वैलेंटाइन रहते थे।
राजा क्लॉडियस-II का मानना था कि बिना शादीशुदा पुरुष अच्छे सैनिक बन सकते है। इसलिए उन्होंने अपने राज्य में सैनिकों की शादी पर रोक लगा दी थी।
इस आदेश का संत वैलेंटाइन ने विरोध किया था और गुप्त रूप से प्रेमी जोड़ों की शादी कराना जारी रखा।
जैसी ही राजा क्लॉडियस-II को इस बात की भनक लगीं उन्होंने संत वैलेंटाइन को गिरफ्तार कर लिया और 14 फरवरी के दिन उसे मृत्यु दंड दे दिया। रखा।
तब से रोम के लोग इस दिन को प्यार और बलिदान के प्रतीक के रुप में मानते है।
18वीं सदी में 14 फरवरी के दिन प्यार का इजहार करने की परंपरा बन गई और इस दिन प्रेम पत्र और तोहफें भेजे जाने लगे और ये सिलसिला आज भी कायम है।