क्यों मनाते है हम शरद पुर्णिमा
हर साल कि तरह इस साल शरद पुर्णिमा 16 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
हर साल लोग इस दिन चांद की रोशनी में खीर बनाकर रखते है।
मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान देवी लक्ष्मी निकली थी।
माता लक्ष्मी को खीर बहुत पसंद है, जिस कारण आज के दिन खीर बनती है।
कहा जाता है कि चंद्र देव आज के दिन 16 कलाओं से परिपूर्ण होते है।
इस लिए आज की रात लोग खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखते है।
रात में खीर रखने से उसमें अमृत घुल जाती है।
कहा जाता है कि यें खीर खाने से रोग दुर हो जाते है।